इनको देश के आम जनता के दुख दर्द से ज्यादा धारा 377 एवं 497 की चिंता है । देश के महत्वपूर्ण निर्णय पर ये बीरबल की खिचड़ी पकाने लगते है जान बुझ कर केस को लंबा खींचते जाएंगे । रिटायर होने के बाद भी किसी जांच आयोग के सदस्य बनेंगे और उसपर एक्सटेंशन पर एक्सटेंशन लेते रहेंगे ।
न्यायपालिका ही भ्रष्ट हो तो देश के आम जनता को इनके बेतुके फैसलों को झेलने ही होंगे ।
सामान्य घर से कोई वकालत कर भी लेता है तो कचहरी में बैठ एफिड डेविड पर साइन करता रह जाता है चाहे वो कितना भी काबिल क्यों न हो ।
रसूखदार लोग ही आगे बढ़ पाते है ।
कब्र में एक पैर धरे रमजेठमलानी जैसे वकीलों के आगे कई राजनीतिक पार्टियां नतमस्तक है और उपहार में राज्यसभा तक पहुंचा देती है ।
सलमान खान, संजय दत्त जैसे लोगों की जेब में कानून रहती है ।
गूंगे बहरे सोई होई जनता जिसे अपने दो वक्त की रोटी से ही फुर्सत नहीं है । सुबह अख़बार में मीलोड का फैसला पढ़ेंगे और एक लम्बी सांस लेकर कहेंगे कलयुग आ गया है भाई ।
अब तो इंतज़ार उस दिन का है जब मिलोड कह दे मंदिर वही बनेगा ।
जय श्री राम
#अंधा_कानून
Prakash Kumar
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